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Doctor’s Day: जानें कब और क्यों मनाया जाता है डॉक्टर्स डे, बेहद दिलचस्प है इसकी वजह

Doctor's Day: जानें 1 जुलाई को ही क्यों मनाया जाता है डॉक्टर्स डे, डॉ. बिधान चंद्र रॉय से जुड़ा है इसका इतिहास

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Doctor’s Day: संसार में डॉक्टर को भगवान के समान ही दर्जा दिया जाता है, क्योंकि जब भी कोई व्यक्ति बीमार होता है तो सबसे पहले जहन में डॉक्टर का ही ख्याल आता है. हालांकि काल और भगवान के सामने कभी किसी की नहीं चलती है, लेकिन डॉक्टर तब तक किसी को सही करने की कोशिश करता है जब तक उसके बस में हो. डॉक्टर्स ही हैं जो हमें हर छोटी बड़ी बीमारी से बाहर निकालने में हमारी मदद करते हैं और हमें स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करते हैं.

कोरोना काल में डॉक्टर्स ने ही संभाला था मोर्चा
कोरोना काल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. ये वो समय था जब सब घरों में थे तब डॉक्टर्स ही थे जो अपने परिवार से दूर रहकर अपनी जान की परवाह किए बिना कोरोना ग्रस्त लोगों का इलाज कर रहे थे. ये वो वक्त था जब अस्पताल के हर बेड पर कोरोना संक्रमित मरीज था. हर दिन कोरोना से लाखों लोगों की मौत हो रही थी.

क्यों मनाया जाता है डॉक्टर्स डे?
लोगों से आपसी दूरी बनाए रखने के लिए कहा जा रहा था, लेकिन डॉक्टर्स इन सभी बातों का पता होने के बावजूद कोरोना से पीड़ित लोगों के पास जाकर उनका इलाज करने को मजबूर थे. यही डॉक्टर्स थे जिन्हें इस बात का अंदाजा था कि मरीज कोरोना से संक्रमित है. डॉक्टर्स हर वक्त दूसरों का इलाज करते हुए मौत का जोखिम उठा रहे थे, लेकिन वो हमारे लिए तब तक हटे रहे जब तक उन्होंने कोरोना को नहीं हरा दिया. ऐसे में इन्हें सम्मान देने के लिए हर साल 1 जुलाई को ‘डॉक्टर्स डे’ मनाया जाता है.

क्या है ‘डॉक्टर्स डे’ का इतिहास?
बता दें, ‘राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस’ साल 1991 से मनाया जाता है. इस दिन का इतिहास डॉ. बिधान चंद्र रॉय से जुड़ा हुआ है. यह दिन उनकी याद में मनाया जाता है. डॉ. बिधान चंद्र रॉय एक प्रतिष्ठित चिकित्सक, राजनेता और स्वतंत्रता सेनानी थे. डॉ. बिधान चंद्र रॉय पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री थे. उनका जन्म 1 जुलाई, 1882 को पटना में हुआ. डॉ. बिधान चंद्र रॉय ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने भारत के हेल्थ केयर सिस्टम को बेहतर आकार देने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

1 जुलाई को ही हुआ जन्म 1 जुलाई को ही हुआ निधन
डॉ. बिधान चंद्र रॉय का जन्म और निधन एक ही दिन हुआ था. डॉ. बिधान चंद्र रॉय का जन्म 1 जुलाई, 1882 में पटना में हुआ था जबकि निधन 1जुलाई 1962 को कोलकाता, पश्चिम बंगाल में हुआ था. डॉ. बिधान चंद्र रॉय ने चिकित्सा के साथ समाज सेवा में कई अहम योगदान दिए हैं. यही वजह है कि आज उन्हें सम्मान देने के लिए देशभर में 1 जुलाई को राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस के रूप में मनाया जाता है. बता दें, इस दिन को हर साल एक नई थीम के साथ मनाया जाता है.

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