एक इंजीनियर कैसे बना CM, आशिक मिजाज लड़का बन गया सियासत का बड़ा नाम, जानें इसके पीछे की कहानी
Akhilesh Yadav: जब विरासत मिली मुलायम से और मोहब्बत मिली डिंपल से, जानें अखिलेश यादव की अनसुनी कहानी

Akhilesh Yadav: उत्तर प्रदेश की सियासत का जाना-माना चेहरा ‘अखिलेश यादव’ जो भले ही आज सत्ता में नहीं है, लेकिन उनकी पहचान आज भी बरकरार है. प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद अखिलेश यादव का नाम ही है जो यूपी की सियासत में खूब सुर्खियों में रहता है. ‘सपा’ प्रमुख अखिलेश यादव का नाम यूपी की राजनीति में काफी समय से जुड़ा रहा है.
युवा नेता में सबसे ऊपर आता है अखिलेश का नाम
अगर आज भी उत्तर प्रदेश की राजनीति में युवा नेता की बात आती है तो अखिलेश यादव का नाम सबसे ऊपर होता है. अखिलेश यादव वो युवा नेता हैं, जिन्होंने अपने पिता के गुजर जाने के बाद ना सिर्फ परिवार की जिम्मेदारियों को उठाया, बल्कि देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश की राजनीति को भी एक नई दिशा देने की कोशिश की.
परिवार के साथ राज्य को भी संभाला
हालांकि ये सब सुनने में जितना आसान लग रहा है उस नौजवान युवा के लिए इतनी बड़ी जिम्मेदारी उठाना उतना ही मुश्किल था. अखिलेश यादव का सामान्य जीवन से राजनीति में आने का सफर आसान नहीं था, लेकिन पिता की विरासत को संभालने के लिए उन्होंने हर चुनौती को स्वीकारा. एक समय वो भी आया जब परिवार में ही मदभेद बढ़ने लगे, जिसका विपक्ष को भरपूर फायदा मिला.
नाना-नानी ने किया अखिलेश यादव का पालन-पोषण
बता दें, अखिलेश यादव का जन्म 1 जुलाई, 1973 को उत्तर प्रदेश में जिला इटावा के सैफई गांव में हुआ. साल 2003 में अखिलेश यादव की मां मालती का निधन होने के बाद उनका पालन-पोषण नाना-नानी ने ही किया, क्योंकि अखिलेश के पिता दिवगंत मुलायम सिंह यादव ज्यादातर अपने राजनीतिक कार्यों में व्यस्त रहते थे.
अच्छे पढ़े लिखे हैं अखिलेश यादव
अखिलेश यादव बचपन से ही पढ़ाई में अच्छे थे. उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा सैफई के ही एक प्राइवेट स्कूल से प्राप्त की. इसके बाद वे पढ़ाई करने के लिए इटावा शहर चले गए. यहां से पढ़ाई पूरी होने के बाद अखिलेश ने राजस्थान के धौलपुर में धौलपुर मिलिट्री स्कूल में दाखिला लिया. इसके बाद उन्होंने मैसूर विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री ली. यहां से इंजीनियरिंग करने के बाद अखिलेश यादव आगे की पढ़ाई के लिए ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी चले गए. जहां से उन्होंने पर्यावरण इंजीनियरिंग में मास्टर्स की डिग्री हासिल की. पढ़ाई पूरी होने के बाद अखिलेश वापस उत्तर प्रदेश आ गए और एक समय वो आया जब एक इंजीनियर लड़के ने राजनीति में कदम रखा.
राजनीति में ऐसे हुई अखिलेश यादव की एंट्री
अखिलेश यादव ने पहली बार साल 2000 में चुनाव लड़ा था और जीत भी दर्ज की. ये चुनाव तब हुआ जब अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव कराया गया और चुनावी मैदान में अखिलेश यादव को उतारा गया. भले ही अखिलेश ने पहली बार चुनाव लड़ा, लेकिन कन्नौज की जनता ने मुलायम सिंह की तरह उनके बेटे का भी स्वागत किया. कन्नौज की जनता ने अखिलेश को बहुमत से जिताकर संसद तक पहुंचाया.
अखिलेश ने साल 2012 में ली सीएम पद की शपथ
इसके बाद अखिलेश ने साल 2012 में उत्तर प्रदेश की कन्नौज विधानसभा से चुनाव लड़ा. इस समय भी उनकी पूर्ण बहुमत से जीत हुई. अब बारी थी अगले चुनाव की जो साल 2017 में हुआ. इस बार चुनाव गठबंधन करके लड़ा गया और वो हुआ जिसके बारे में शायद किसी ने नहीं सोचा था. लगातार जीत का परचम लहरा रही समाजवादी पार्टी को गठबंधन के बाद हार का सामना करना पड़ा, लेकिन साल 2019 में अखिलेश ने आजमगढ़ लोकसभा सीट से जीत का परचम लहराया. साल 2022 में अखिलेश ने मैनपुरी की करहल सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. अखिलेश यादव ने साल 2012 में लोकसभा के सदस्य पद से इस्तीफा देकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इसके बाद साल 2017 में उन्हें समाजवादी पार्टी का अध्यक्ष बना दिया गया और तब से वे लगातार अब तक ‘सपा’ अध्यक्ष पद पर मौजूद हैं.
बहुत फिल्मी रही अखिलेश यादव की लव लाइफ
अगर उनकी लव लाइफ की बात की जाए तो कहा जाता है कि अखिलेश यादव जब इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे तब डिंपल यादव स्कूल में पढ़ती थीं. इसी दौरान दोनों की बातचीत शुरू हुई. इटावा के बाद अखिलेश पढ़ाई के लिए विदेश चले गए. इस दौरान भी दोनों की बातचीत होती रही. पढ़ाई पूरी होने के बाद जब अखिलेश वापस इटावा आए तो उन्होंने अपने परिवार में डिंपल से शादी करने की बात कही. हालांकि मुलायम सिंह इस शादी के लिए नहीं मानें, लेकिन अखिलेश के लगातार कहने पर आखिर में अखिलेश और डिंपल की शादी करवा दी गई.
आज अपना 52वां जन्मदिन मना रहे अखिलेश यादव
आज 1 जुलाई, 2025 को अखिलेश यादव अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस अवसर पर उन्होंने 52 जरूरतमंद लोगों के साइकिल वितरित की. अखिलेश यादव को कई जाने-माने लोगों ने जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अखिलेश यादव को जन्मदिन शुभकामनाएं दी. सीएम योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई”. वहीं, अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ के बधाई संदेश का जवाब देते हुए लिखा, “आपकी शुभकामनाओं के लिए हार्दिक धन्यवाद”.