Naam Jap Niyam: नाम जाप करते समय इन बातों का रखें खास ध्यान, नहीं मिलेगा पूर्ण फल
Naam Jap Niyam: नाम जाप का पूर्ण फल पाने के लिए अपनाएं ये नियम

Naam Jap Niyam Niyam: हिंदू धर्म में नाम जाप करने का विशेष महत्व बताया गया है. प्राचीन काल में भी ऋषि मुनी हाथ में माला लेकर मंत्रों का जाप करते थे. नाम जाप भी अलग-अलग मालाओं से किया जाता है. अगर कोई शिव के मंत्र का जाप करता है तो उसे रुद्राक्ष की माला से मंत्र जाप करना चाहिए और अगर कोई राधा या कृष्ण का नाम जाप करता है तो वह तुलसी की माला से जाप करता है. हालांकि दोनों ही माला में 108 दाने होते हैं. मान्यता है कि माला जाप करने से मन को शांति मिलती है और लोग खुद को भगवान के करीब महसूस करते हैं.
नाम जाप करते समय कैसे रखें माला
शास्त्रों में माला जाप करने के भी कई नियम बताए गए हैं. माला जाप करते समय मन में नकारात्मक विचार ना आने दें. एक बार माला शुरू करने के बाद उसे पूरा यानी 108 बार जाप करने के बाद ही अपने स्थान से उठें. माला जाप करने के दौरान किसी से बातचीत ना करें. ध्यान रहे कि नाम जाप करते समय माला नाक से ऊपर और नाभि से नीचे ना जाए. माला को सीने से लगाकर भी नाम जाप नहीं करना चाहिए.
एक माला से एक ही मंत्र का करें जाप
अगर आप नाम जाप करते समय आंखें खुली रखते हैं तो उस समय आपका ध्यान भगवान की ओर ही होना चाहिए और अगर आंखें मूंदकर जाप कर रहे हैं तो ध्यान रहे कि आपके मन में भगवान की छवि होनी चाहिए. इसके अलावा नाम जाप करने से पहले समय उस माला को गंगा जल छिड़कर शुद्ध कर लें. जिस जगह बैठकर आप नाम जाप करें उस स्थान को साफ कर लें और उस जगह पर साफ आसन बिछा लें. ध्यान रहे कि एक माला से एक ही मंत्र का जाप करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं.)